उत्तर प्रदेश के संभल में नेजा मेले के आयोजन पर बहुत ही ज्यादा बवंडर मचा हुआ है। अपर पुलिस अधीक्षक ने जब नेजा मेले के आयोजन की अनुमति को लेकर दो टूक शब्दों में साफ पूर्ण रूप से इनकार कर दिया।
और ये कहा कि लुटरों के नाम पर मेले की अनुमति नहीं दी जाएगी। चूंकि जिस नेजा मेले की अनुमति मांगी गई वो महमूद गजनवी के भांजे सैयद सलार मसूद गाजी की याद में आयोजित ही किया जाता था।
संभल में दो दिन का मेला आयोजित किया जाता रहा है। जोकि एक सदर कोतवाली इलाके में और दूसरा शाहबाजपुर गांव में।
और इसके साथ ही इस गांव के ग्राम प्रधान और कुछ ग्रामीणों के मुताबिक साल 2023 में शाहबाजपुर गांव में इस मेले का नाम बदला गया और मेले का नाम सद्भावना रख अनमति ले ली गई।
बताते हैं कि मंगलवार को अब फिर सद्भावना नाम से गांव की मेला कमेटी के लोग एसडीएम के यहां भी पहुंचे, जिन्होंने सद्भावना नाम के मेले की अनुमति 2023 का हवाला देते हुए मेला लगने की पूर्ण इजाजत भी मांगी है।
मेला कमेटी से एसडीएम वंदना मिश्रा ने अभी विचार करने की बात कहते हुए अश्वासन भी दे दिया है।
ये भी बता दें कि संभल एडिशनल एसपी श्रीश चंद्र का कहना था कि इस कार्यक्रम को लेकर दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा पुलिस प्रशासन के समक्ष अपत्ति दर्ज कराई थी।
लोगों का कहना था कि सैयद सलार मसूद गाजी ने अपने देश को नुकसान पहुंचाने जैसे कृत्य भी किए थे। ऐसे व्यक्ति के नाम पर मेले का आयोजन कर उसका गुणगान किया जाना बिल्कुल भी ठीक नहीं है।
और अब इसके बाद एडिशनल एसपी श्रीश चंद्र देश हित की बात कहते हुए एक्शन में नजर आए उन्होंने दो टूक साफ तौर पर बोल दिया कि सैयद सलार मसूद गाजी के नाम पर अनुमति बिल्कुल भी नहीं दी जाएगी।
साथ ही उन्होंने कहा कि सोमनाथ मंदिर लुटने वालों के नाम से मेला आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।