न्यूजलिंक हिंदी। शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड सर्विसेज ठप होने की वजह से दुनियाभर में 1400 एयरलाइंस, टीवी टेलिकास्ट, बैंकिंग और कई कार्पोरेट कंपनियों के कामकाज पर असर पड़ा।
जमीन के नीचे और आसमान के ऊपर कई घंटे तक लोग सफर करते रहे। कंपनियों के सिस्टम ब्लू स्क्रीन में आने के बाद री-स्टार्ट हो रहे हैं। जानकारों के अनुसार ये समस्या एंटीवायरस ‘क्राउडस्ट्राइक’ के अपडेट के बाद आई।
सबसे ज्यादा दुनियाभर की फ्लाइट सेवा पर असर पड़ा। 1400 फ्लाइट कैंसिल हुई हैं। वहीं 3 हजार विमानों ने देरी से उड़ान भरी। भारत में इंडिगो, स्पाइसजेट जैसी एयरलाइन्स की बुकिंग, चेक-इन और फ्लाइट अपडेट सर्विस में समस्या आई है। बोर्डिंग पास हाथ से लिखकर दिए जा रहे हैं।
कंप्यूटर में आ रही यह समस्या
जानकारों और मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में विंडोज-10 यूजर्स के सिस्टम क्रैश हो रहे हैं। यानी उनके सिस्टम या तो अचानक बंद हो रहे हैं या रीस्टार्ट हो जा रहे हैं। इस वजह से कंप्यूटर की स्क्रीन पर नीले बैकग्राउंड के साथ एक मैसेज डिस्प्ले हो रहा है। इसे ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ एरर कहा जा रहा है। ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ एक सीरियस एरर स्क्रीन है, जो विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर दिखाई देती है। ऐसा तब होता है, जब सिस्टम किसी सीरियस इश्यू के चलते क्रैश हो जाता है। इस मैसेज के मायने हैं कि सिस्टम सुरक्षित रूप से काम नहीं कर सकता है। इस एरर पर कंप्यूटर अपने आप रीस्टार्ट होने लगता है और डेटा लॉस की आशंका बढ़ जाती है।
अपडेट की वजह से क्रैश हुये सिस्टम
कंप्यूटर सिस्टम को साइबर अटैक और वायरस से बचाने के लिए विंडोज बेस्ड कंप्यूटर में क्राउडस्ट्राइक नाम के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल होता है। यह बेहद जाना-माना एंटीवायरस सॉफ्टवेयर है और बड़ी कंपनियां सिक्योरिटी के लिए इसे इस्तेमाल करती हैं। 18 जुलाई को क्राउडस्ट्राइक सॉफ्टवेयर ने एक अपडेट रिलीज किया, जिसने विंडोज कंप्यूटर में अचानक गड़बडी पैदा कर दी। जिन कम्प्यूटर्स पर यह अपडेट गया, वे सब क्रैश होते चले गए। इन्हीं कंप्यूटर्स पर एयरलाइंस की बुकिंग और चेक इन सर्विस आधारित है। लिहाजा ये तमाम सर्विसेस बंद पड़ गईं।