न्यूज़लिंक हिंदी। कन्नौज जिले में मंगल के दिन ही अमंगल हो गया। पलक झपकते ही स्लीपर बस के चालक सहित चार लोगों की जान चली गई। हादसे की आवाज सुनकर पिपरौली गांव के लोग एक्सप्रेसवे की ओर तेजी से दौड़ पड़े और घायलों को बस से निकालना शुरू करते हुए यूपीडा कर्मियों और पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने घायलों को एम्बुलेंस से मेडिकल कॉलेज पहुंचाया।
गोरखपुर से दिल्ली के लिए सफर कर रहे लोग मंगलवार की अलसुबह करीब 04.30 बजे बस मोजूद सभी लोग नींद की हालत में थे। कई यात्री गहरी नींद में सो रहे थे। इस बीच एक्सप्रेसवे पर ठठिया के करीब हुए हादसे के दौरान अचानक से एक तेज आवाज हुई और बस में सवार यात्रियों में चीखपुकार मच गई। कोई कुछ समझ पाता, तब तक अपनी-अपनी सीट पर सो रहे यात्री इधर-उधर लुढ़कने लगे।
किसी को भी संभलने का मौका ही नहीं मिल रहा था। हादसे की आवाज सुनकर एक्सप्रेसवे के ग्राम पिपरौली के ग्रामीण बस की ओर तेजी से दौड़ पड़े। अंधेरा होने के कारण लोगों को कुछ देर तक समझ नहीं आया। हादसे की जानकारी पर यूपीडा कर्मी और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया और एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
अलसुबह हुए हादसे के बाद एक्सप्रेसवे पर आवागमन बंद हो गया। पहले पुलिस ने घायलों को मेडिकल कॉलेज भेजा और उसके बाद क्षतिग्रस्त बस और ट्रक को हटाने के लिए क्रेन भी मंगवाई। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बस और ट्रक को हटाकर एक्सप्रेसवे पर आवागमन शुरू हो सका।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर ठठिया थाना क्षेत्र के ग्राम पिपरौली के निकट मंगलवार सुबह तेज रफ्तार स्लीपर बस डिवाइडर को तोड़ते हुए दूसरी साइड में जा रहे ट्रक से टकरा गई। हादसे में पिता-पुत्र सहित चार लोगों की मौत हो गई। बस में सवार व ट्रक चालक सहित 35 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
मृतकों में एक की शिनाख्त नहीं हो सकी। पुलिस ने घायलों को मेडिकल कॉलेज में तुरंत भर्ती कराया है। उनमें से 11 को कानपुर के लिए रेफर कर दिया गया।
बस में सवार लोगों ने बताया कि हादसे के समय सभी लोग सो रहे थे। ऐसा लग रहा है कि बस चालक को भी झपकी आ गई। इसी से बस अनियंत्रित हो गई और डिवाइडर को तोड़ते हुए दूसरी साइड में जा रहे ट्रक से टकरा गई।