न्यूज़लिंक हिंदी। हिन्दू धर्म में करवा चौथ का पर्व विशेष महत्व रखता है। आज के दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख वैवाहिक जीवन के लिए के लिए व्रत रखती हैं। हिंदू पंचांग अनुसार, यह पर्व कार्तिक महीने में कृष्ण पक्ष के चौथे दिन मनाया जाता है। इस बार करवा चौथ पर 100 साल बाद महासंयोग बन रहा है। वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाने के लिए इस संयोग का लाभ उठा सकते हैं, आइए आपको बताते हैं कैसे फल की प्राप्ति होगी।
करवा चौथ पूजा विधि..
करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाएं सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक कठिन उपवास रखती हैं। इस अवधि के दौरान कुछ खाना या पानी पीना वर्जित होता है। इसके बाद जब चंद्रोदय हो जाता है, तो वे भगवान शिव और माता पार्वती के साथ-साथ गणेश जी की पूजा भी की जाती है।
इसके बाद चंद्र देव को अर्घ्य देती हैं, जिससे उनका व्रत संपूर्ण हो जाता है। जानकारी के लिए बता दें, पूजा आमतौर किसी पुजारी या फिर घर के किसी बुजुर्ग व्यक्ति की मदद से की जाती है।
करवा चौथ पूजा मुहूर्त और महासंयोग..
इस बार करवा चौथ पर 100 सालों बाद एक महासंयोग बनने जा रहा है। जिसका विशेष लाभ मिलने वाला है। 100 साल के बाद तुला में मंगल और बुध के एक साथ विराजमान होने की वजह से बुध आदित्य योग बन रहा है। इतना ही नहीं इस दिन शिव योग, परिघ योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। 1 नवंबर को सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06:33 बजे से शुरू हो रहा है, जो अगले दिन सुबह 04:36 बजे तक रहेगा। यह योग बहुत शुभ माना जाता हैं। मान्यता है कि इस योग में किए गए सारे कार्य सफल होते हैं।
करवा चौथ के दिन प्रात:काल से दोपहर 02 बजकर 07 मिनट तक परिघ योग रहेगा और फिर उसके बाद से शिव योग प्रारंभ हो जाएगा। इस दिन मृगशिरा नक्षत्र भी रहने की वजह से यह दिन बहुत खास बन गया है। इन शुभ योग में की गई पूजा-अर्चना बहुत फलदायी साबित होती है। इस दिन किए गए पूजा-पाठ से वैवाहिक जीवन खुशहाल बना रहेगा।
वैवाहिक जीवन की परेशानियां होती हैं दूर..
करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाओं को भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए और उन्हें गुड़ चढ़ाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से पति-पत्नी के बीच का रिश्ता मजबूत होता है और रिश्तों की मिठास बनी रहती है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा के सिद्धिविनायक मंत्रों का जाप करना बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में आ रही सभी परेशानियां दूर होती हैं।
ये भी पढ़ें : Kanpur News : सीएम योगी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद बैठक में लगी मुहर, कानपुर सिटी को लगे पंख, 150 करोड़ जारी
करवा चौथ का महत्व..
करवा चौथ का व्रत सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और उनकी सुख-समृद्धि के लिए रखती हैं। इस दिन महिलाएं निर्जला रहकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं।कुछ जगहों पर कुंवारी लड़कियां भी मनवांछित वर पाने के लिए इस दिन निर्जला व्रत रखती हैं। इस दिन पूरे विधि-विधान से भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की आराधना करने के बाद करवा चौथ की कथा सुनी जाती है। मान्यता है, कि इस दिन व्रत करने से सुहाग की रक्षा होती है और सौभाग्य का वरदान मिलता है।