न्यूज़लिंक हिंदी। कुशाग्र हत्याकांड में अब राजनीति भी खुलकर होने लगी है। समाजवादी पार्टी इसे पुलिस प्रशासन की लापरवाही बताते हुए घेर रही है। अब सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कुशाग्र के परिजनों से बात कर न्याय दिलाने का वादा किया है। उन्होंने कुशाग्र के चाचा से फोन पर बात कर कहा है कि मैं, जल्द ही कानपुर परिजनों से मिलने आऊंगा। आपको बता दें कि सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने परिजनों की बात अखिलेश से कराई थी।
हत्याकांड के तीसरे दिन कुशाग्र के घर सुबह से ही लोगों का आना जाना लगा हुआ था। दोपहर बाद आर्यनगर विधायक अमिताभ बाजपेई और कैंट विधायक मोहम्मद हसन रूमी भी घर पहुंचे और परिवार वालों से बातचीत की। अमिताभ बाजपेई ने बताया कि डीएम और पुलिस कमिश्नर को इतना समय भी नहीं है कि वे कुशाग्र के घर आएं। उन्होंने अपने फोन से कुशाग्र के चाचा की पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बात कराई।
कुशाग्र के चाचा संजय ने अखिलेश यादव को बताया कि उनके बच्चे के साथ न्याय होना चाहिए, बहुत नृशंस हत्या की गई है। इस पर अखिलेश यादव ने न्याय दिलाने के साथ ही जल्द ही कानपुर आकर उनसे मिलने की बात कही। अधिवक्ता नरेश चंद्र त्रिपाठी के साथ कई अधिवक्ता पहुंचे उन्होंने बताया कि किसी भी हालत में कानपुर का कोई एडवोकेट आरोपियों का केस नहीं लड़ेगा और न ही जमानत का प्रयास किया जाएगा। वे पुलिस अधिकारियों से तब तक मिलेंगे जब तक इस मामले में परिवार वालों को न्याय नहीं मिल जाता है। उन्होंने डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार को ज्ञापन भी दिया।
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कुशाग्र अपहरण और हत्याकांड में गिरफ्तार मुख्य आरोपी प्रभात ने पुलिस को बताया था कि कुशाग्र और रचिता दोनों मोतीझील टहलने जाते थे, जो उससे कतई अच्छा नहीं लगता था। इस कारण उसने धीरे-धीरे कुशाग्र को रास्ते से हटाने की साजिश बुनना शुरू कर दिया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रभात ने पुलिस को बताया था कि रचिता और कुशाग्र मोतीझील टहलने जाते थे। दोनों की बढ़ती नजदीकियां देख उसने फैसला किया कि वह कुशाग्र की हत्या कर देगा और फिरौती भी वसूल करेगा। अब कॉल डिटेल ने भी दोनों के संबंधों को साफ कर दिया है। माना जा रहा है कि घर बसाने के लिए पैसों का इंतजाम करने की मजबूरी बताकर प्रभात ने रचिता को योजना में शामिल किया होगा। उसने फिरौती वाले पत्र में अल्लाह-ओ-अकबर लिखकर पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश की।
जेसीपी ने हेडराइटिंग की मिलान कराने की कही बात
संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि पुलिस सभी आरोपियों को रिमांड पर लेगी। जिससे हत्या के उद्देश्य स्पष्ट हो सके। केस डायरी के प्रत्येक हिस्से को प्रभावी तरीके से पुलिस लिखेगी। पुलिस अधिकारी अपनी निगरानी और पर्यवेक्षण में संपूर्ण केस डायरी का लिखा जाना सुनिश्चित करेंगे। सीसीटीवी फुटेज में दिख रही स्कूटी एक्टिवा, बरामद की गई एक्टिवा से वैज्ञानिक परीक्षण और मिलान कराया जाएगा।