न्यूज़लिंक हिंदी। नई दिल्ली के भारत मंडपम में ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2023’ कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज किया। यह वर्ल्ड फूड इंडिया (World Food India) का दूसरा संस्करण है। कार्यक्रम के तहत, पीएम मोदी फूड स्ट्रीट का भी उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम का आयोजन 3 नवंबर से 5 नवंबर के बीच होगा, जिसके बाद कार्यक्रम का समापन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी।
कृषि-निर्यात विश्व स्तर पर 7वें स्थान पर..
पीएम मोदी ने कहा, “पिछले नौ वर्षों में प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ के निर्यात में 150% की वृद्धि हुई है। आज हमारा कृषि-निर्यात विश्व स्तर पर 7वें स्थान पर पहुंच गया है। खाद्य क्षेत्र में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जिसमें भारत ने प्रगति न की हो। यह वृद्धि तेज लग सकती है, लेकिन यह निरंतर और समर्पित प्रयासों का परिणाम है। हमारी सरकार के कार्यकाल में भारत ने पहली बार कृषि-निर्यात नीति लागू की है। हमने पूरे भारत में लॉजिस्टिक्स और बुनियादी ढांचे का एक नेटवर्क स्थापित किया है।”
उन्होंने कहा, “फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री से जुड़ा ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जिसमें भारत ने वृद्धि न दर्ज की हो। ये फूड सेक्टर से जुड़ी हर कंपनी, हर स्टार्टअप के लिए सुनहरा मौका है।”
लीड करने की क्षमता महिलाओ..
भारत की महिलाओं में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को लीड करने की स्वाभाविक क्षमता है। इसके लिए हर स्तर पर महिलाओं को, कुटीर उद्योगों और SHGs को प्रमोट किया जा रहा है। भारत में जितनी सांस्कृतिक विविधता है, उतनी ही खाद्य विविधता भी है। हमारी ये खानपान की विविधता, दुनिया के हर इन्वेस्टर के लिए एक लाभदायक है।
Food diversity in India is a dividend for every global investor. Our sustainable food culture is a result of thousands of years of journey. Food is not just a big factor in shaping our physical health but also our mental health. Ayurveda talks about- a balanced diet, healthy food… pic.twitter.com/VwVg1myTYv
— ANI (@ANI) November 3, 2023
उन्होंने कहा, “फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री से जुड़ा ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जिसमें भारत ने वृद्धि न दर्ज की हो। ये फूड सेक्टर से जुड़ी हर कंपनी, हर स्टार्टअप के लिए सुनहरा मौका है।”
मोटे अनाज का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा..
“मिलेट्स हमारी ‘सुपर फूड बकेट’ का हिस्सा है। भारत में हमने इसे अन्न की पहचान दी है। भारत की पहल पर आज दुनिया में एक बार फिर मिलेट्स को लेकर जागरूकता अभियान शुरू हुआ है। मुझे विश्वास है कि जैसे इंटरनेशनल योग दिवस ने योग को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाया, वैसे ही अब मिलेट्स भी दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचेंगे।”
टेस्ट और टेक्नोलॉजी नए भविष्य को देगा जन्म..
पीएम मोदी ने कहा, “टेस्ट और टेक्नोलॉजी का ये फ्यूजन एक नए भविष्य को जन्म देगा, एक नई इकोनॉमी को गति प्रदान करेगा। आज की बदलती हुई दुनिया में 21वीं सदी की सबसे प्रमुख चुनौतियों में से एक फूड सिक्योरिटी भी है, इसलिए वर्ल्ड फूड इंडिया का ये आयोजन और भी अहम हो गया है।”
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उन्होंने कहा, “पिछले 9 वर्षों में फूड इंडस्ट्री के सेक्टर में 50 हजार करोड़ का FDI आया है। ये भारत सरकार की प्रो- इंडस्ट्री और प्रो फार्मर्स पॉलिसी (Pro Farmers policies) का परिणाम है। हमने फूड प्रोसेसिंग सेक्टर के लिए PLI की स्किम प्रारंभ की है।”
SHG (NGO) को दी पूंजी सहायता..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2023’ के उद्घाटन पर 1 लाख से अधिक एसएचजी सदस्यों को 380 करोड़ रुपये की प्रारंभिक पूंजी सहायता के वितरण की प्रक्रिया शुरू की।
Food diversity in India is a dividend for every global investor. Our sustainable food culture is a result of thousands of years of journey. Food is not just a big factor in shaping our physical health but also our mental health. Ayurveda talks about- a balanced diet, healthy food… pic.twitter.com/VwVg1myTYv
— ANI (@ANI) November 3, 2023
सफलता में योगदान देने वाले तीन मुख्य कारक..
भारत में तेजी से शहरीकरण हो रहा है और रोजगार के अवसर बढ़ने के साथ-साथ पैकेज्ड फूड की मांग भी बढ़ रही है। इन महत्वाकांक्षी नीतियों के साथ तालमेल बिठाने के लिए आपकी योजनाएं भी उतनी ही महत्वाकांक्षी होनी चाहिए। खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में, इसकी सफलता में योगदान देने वाले तीन मुख्य कारक हैं, छोटे किसान, छोटे उद्योग और महिलाएं।
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा..
“पीएम के दूरदर्शी नेतृत्व में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र अभूतपूर्व विश्वास दिखा रहा है। उनके आशीर्वाद से देश के 140 करोड़ वाली आबादी में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। आपने देखा होगा कि पहले भूख से मौतें होती थीं, लेकिन अब कोई भूख से नहीं मरता।”
#WATCH | Delhi | At the inauguration of ‘World Food India 2023’, Union Minister of Food Processing Industries, Pashupati Kumar Paras says, "Under the farsighted leadership of PM, the food processing sector is showing unprecedented trust…With his blessings, 80 crore people of… pic.twitter.com/QUze63yL49
— ANI (@ANI) November 3, 2023
वर्ल्ड फूड इंडिया 2023’ कार्यक्रम का उद्देश्य भारत को दुनिया की खाद्य टोकरी के रूप में सामने रखना और 2023 को ‘अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष’ के रूप में मनाना भी है।
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80 देशों के मेहमान होंगे शामिल..
इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए कई देशों से मेहमान दिल्ली पहुंचे हैं। जानकारी के मुताबिक, इसमें क्षेत्रीय व्यंजन और शाही खानपान की विरासत को दुनिया के सामने पेश करने की कोशिश होगी। 200 से अधिक शेफ इसमें शामिल होंगे और पारंपरिक भारतीय व्यंजन पेश करेंगे।