न्यूज़लिंक हिंदी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में सुरक्षा में हुई चूक की घटना को बेरोजगारी के साथ जोड़ा। उन्होंने इस मुद्दे पर पीएम मोदी के साथ ही केंद्र सरकार की ही आलोचना की। राहुल ने बेरोजगारी को लेकर एक सर्वे का हवाला देते हुए कहा।
उन्होंने युवाओं के स्क्रीन टाइम का जिक्र किया। अब सवाल है कि राहुल गांधी के बेरोजगारी के पीछे तर्क में कितना दम है। इससे पहले राहुल गांधी ने कहा कि संसद में कुछ दिन पहले दो तीन युवा जंप करके अंदर आ गए। जंप करते हुए हम सबने देखा। अंदर आए थोड़ा धुआं फैलाया।
बीजेपी सांसद सब भग लिए। वो अलग बात है। वो अलग बात है। जो अपने आप को देशभक्त कहते हैं हवा निकल गई उनकी। वो टीवी पर आपको नहीं दिखा, वो हमको दिख रहा था। सवाल ये है कि वो अंदर कैसे आए। सुरक्षा में चूक की बात हुई। सही है, अंदर कैसे आए। संसद के भीतर गैस का सिलेंडर ले आए। अगर गैस का सिलेंडर ला सकते थे तो कुछ और भी ला सकते थे।
राहुल गांधी ने सवाल उठाया कि उन्होंने ये विरोध क्यों किया। उसका कारण क्या था-बेरोजगारी। राहुल ने कहा कि देश में भयंकर बेरोजगारी। देश का युवा आज रोजगार नहीं पा सकता है। एक काम करो, छोटा सा सर्वे करो।
उन्होंने कहा कि किसी भी शहर में चले जाओ, पता लगाओ, हमारे जो युवा हैं ये जो आपने सेलफोन पकड़ रखे हैं, इस पर दिन में कितना घंटा, इंस्टाग्राम पर फेसबुक पर कितने घंटे रहते हैं।
इस पर सवाल पूछा। राहुल गांधी ने कहा कि मैंने एक छोटा सा सर्वे कराया, कोई बड़ा सर्वे नहीं। बस यह चेक करने के लिए। राहुल ने कहा कि मैं सर्वे के नतीजे से मैं हैरान हो गया। 7.30 घंटे…साढ़े सात घंटे युवा फेसबुक पर, इंस्टाग्राम पर, ट्विटर पर, अपने केवल और केवल फोन पर समय बीता रहे हैं।