न्यूज़लिंक हिंदी। शुक्रवार को भारत और श्रीलंका के बीच शुक्रवार को तीन मैचों की सीरीज का पहला वनडे खेला गया, इस मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका ने निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 230 रन ही बनाए।
फिर, 231 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया 47.5 ओवर में 230 रन पर ऑल आउट हो गई, लेकिन मैच टाई पर ही समाप्त हुआ। और नतीजे के लिए सुपर ओवर भी नहीं हुए।
क्रिकेट में जब दोनों टीमों का स्कोर बराबर होता है तो मैच का नतीजा निकालने के लिए सुपर ओवर भी कराया जाता है, सभी ने सोचा था कि श्रीलंका के खिलाफ हालिया मैच में भी ऐसा ही होगा। लेकिन, मैच बिना किसी नतीजे के ही ख़त्म हो गया।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के नियमों के अनुसार, द्विपक्षीय सीरीज में वनडे मैच ड्रॉ होने की स्थिति में परिणाम के लिए सुपर ओवर का आयोजन नहीं किया जाता है, लेकिन, अगर ICC टूर्नामेंट वनडे प्रारूप में आयोजित किए जाते हैं तो परिणाम सुपर ओवर तक होगा।
इसीलिए भारत और श्रीलंका के बीच पहले वनडे में कोई सुपर ओवर बिल्कुल भी नहीं हुआ, हालांकि, द्विपक्षीय सीरीज में यह नियम टी20 सीरीज पर लागू नहीं होता है। और टी20 फॉर्मेट में किसी भी मैच के टाई होने पर सुपर ओवर से मैच का नतीजा निकाला जाता है।
लेकिन आख़िर में भारत को जीत के लिए 18 गेंदों में सिर्फ 5 रन ही चाहिए थे, दो विकेट हाथ में इसके अलावा, सभी ने सोचा कि क्रीज पर दुबे की मौजूदगी जीत पूरी तरह से सुनिश्चित करेगी।
लकिन 48वें ओवर में पहली दो गेंदें डॉट करने के बाद दुबे ने तीसरी गेंद पर चौका ही लगाया गया , स्कोर बराबर हो गया। लेकिन चौथी गेंद पर दुबे एलबीडब्ल्यू होकर पवेलियन पहुंच गए, अगली ही गेंद पर अर्शदीप भी आउट हो गए, और मैच बराबरी पर खत्म होकर टाई पर पूरी तरह से समाप्त हो गया।