न्यूज़लिंक हिंदी। यूपी के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान जमकर बवाल हो गया, जुलूस के दौरान कुछ लोगों ने नारे भी लगाए। इसके बाद एक समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव और फायरिंग भी कर दी।
फायरिंग में एक युवक की मौत भी हो गई, जिसने तनाव को और भी बढ़ा दिया। इस दौरान भगदड़ में कई लोग घायल भी हो गए। घटना के बाद हिंदूवादी संगठनों ने जिले में जगह-जगह प्रतिमा विसर्जन रोककर प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
यूपी के बहराइच में हुई हिंसा को लेकर ज़िले की एसपी वृंदा शुक्ला का मुख्य बयान भी आया है, उन्होंने कहा, पुलिस ने 25-30 लोगों को हिरासत में लिया है। सलमान नाम के आरोपी के घर से फायरिंग हुई थी, उसका नाम FIR में लिखा गया है। बाक़ी आरोपी अभी मुख्य रूप से अज्ञात हैं। विसर्जन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विसर्जन ख़त्म होने के बाद धरपकड़ का काम तेज किया जायेगा।
पुलिस ने इस मामले में आरोपी हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है, आरोप है कि उसकी गोली से 22 साल के युवक राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई। बहराइच की पुलिस अधीक्षक ने लापरवाही बरतने के आरोप में थानाध्यक्ष हरदी और महसी पुलिस चौकी इंचार्ज सहित आधा दर्जन पुलिस वालों को मुख्य रूप से निलंबित कर दिया है।
बहराइच में तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है, महाराजगंज में करीब तीन किलोमीटर आगे सड़क पर कुछ लोग विरोध जताने के लिए आगजनी करके भाग गए। पुलिस मौके पर है और दमकलकर्मी आग बुझाने में भी लगे हुए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को लेकर कहा कि बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने वाले बिल्कुल भी बचेंगे नहीं, सीएम योगी ने अधिकारियों को मुख्य निर्देश दिया है कि उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई भी करें। साथ ही अधिकारियों को कहा कि प्रतिमा विसर्जन जारी रहना चाहिए, धार्मिक संगठनों से संवाद कर समय से प्रतिमा विसर्जन कराया जाए।
घटना के बाद करीब 20 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है, यहां पर दुकानों में तोड़फोड़ हुई है और सड़क पर आगजनी करके कई वाहनों को तोड़ा गया है। पूरे इलाके में किसी को भी घर से निकलने की इजाजत नहीं है। पुलिस ने कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।