केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने कहा- ‘डिस्मेंटलिंग ग्लोबल हिंदुत्व’ एक षणयंत्र, स्टालिन के बयान से सामने आया जहर

अशोक तिवारी ने कहा कि तमिलनाडु के उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर घोर अपत्तिजनक टिप्पणी यह दर्शाती है कि, राष्ट्रविरोधी तत्वों के मन में सनातन हिन्दू समाज के लिए कितना जहर भरा हुआ है।

0
183
प्रतीकात्मक फोटो: अशोक तिवारी

कानपुर। विश्व हिन्दू परिषद कानपुर प्रान्त के मार्गदर्शन मंडल की बैठक सोमवार को केशव नगर स्थित दुर्गा पार्टी लॉन में हुई। विहिप केंद्रीय मंत्री और अखिल भारतीय धर्माचार्य सम्पर्क प्रमुख अशोक तिवारी ने सन्त समाज को समाज को संबोधित करते हुए कहा कि, विश्व हिन्दू परिषद सदैव सन्त समाज के मार्गदर्शन में ही कार्य करता है, अब सभी जिला इकाइयों में भी संतों के मार्गदर्शन में मंडल बनाए जाएंगे, जिनमें युवा संतों की भी प्रमुख भागीदारी रहेगी। जो घर-घर जाकर युवाओं को जगाएंगे। उन्होंने कहा कि सनातन हिन्दू धर्म के विरोध में “डिस्मेंटलिंग ग्लोबल हिंदुत्व” जैसे षड्यंत्र किए जा रहे हैं।

ये भी पढे़ं: Asian Games 2023: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने श्रीलंका को हराकर जीता गोल्ड, 19 रनों से दी पटखनी

बैठक को संबोधित करते संत।

इससे पहले बैठक का श्रीगणेश । विहिप केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी, अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती, पनकी हनुमान मंदिर के महंत जितेंद्रदास, विहिप क्षेत्र संगठन मंत्री गजेन्द्र, विहिप प्रान्त अध्यक्ष राजीव महाना, कार्याध्यक्ष डॉ. उमेश पालीवाल, प्रान्त संगठन मंत्री परमेश्वर, प्रांत सहमंत्री अवधेश भदौरिया, प्रान्त धर्माचार्य प्रमुख गणेश शंकर शर्मा प्रभु श्रीरामजानकी दरबार का पूजन अर्चन कर किया।

उदयनिधि स्टालिन के बयान जहर समान
अशोक तिवारी ने कहा कि तमिलनाडु के उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर घोर अपत्तिजनक टिप्पणी यह दर्शाती है कि, राष्ट्रविरोधी तत्वों के मन में सनातन हिन्दू समाज के लिए कितना जहर भरा हुआ है। आज राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा समाज को भाषा के आधार पर, क्षेत्र के आधार पर, दिशाओं के आधार पर, जातियों के आधार पर बांटा हुआ है, परन्तु पूज्य संतों के मार्गदर्शन में संगठित हिन्दू समाज का शौर्य जागृत हो रहा है।

सभी धर्मधाराओ के पूज्य संतों का स्वागत
सनातन हिन्दू धर्म की परिभाषा ही यही है कि जो गिरे हुए को उठा दे, जो बिछड़े हुए को साथ ला दे, सभी के कल्याण की कामना करे वही धर्म है। सनातन हिन्दू धर्म केवल किसी किताब से नहीं चलता, यह जनमानस की सेवा को, योग साधना करने को, आवश्यकता पड़ने पर युद्ध के मैदान में भी अवतरित होकर सनातन के मानबिन्दुओं की, राष्ट्र की रक्षा हेतु उठ खड़े होना ही सनातन हिन्दू धर्म है। राम जन्मभूमि मन्दिर अयोध्या में सभी धर्मधाराओ के पूज्य संतों को आमंत्रित किया गया है।

पीले चावल भेज संतों को किया जा रहा आमंत्रित
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि, सनातन हिन्दू धर्म में 150 से अधिक धर्मधाराओं की सन्त परम्परा है। युवा सन्त आगे आकर युवा जनमानस को राष्ट्रचिंतन हेतु  प्रेरित कर रहे हैं। यह क्रम अनवरत चलता रहेगा। शगुन स्वरूप पीले चावल भेजकर सभी संतों को आमंत्रित किया जा रहा है। कार्यक्रम में विभाग संगठन मंत्री पीयूष, कानपुर पश्चिम जिला मंत्री केशव, उत्तर जिला मंत्री युवराज, प्रान्त प्रचार प्रसार प्रमुख ओमेन्द्र अवस्थी रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here