इजरायल और हमास के बीच रोका गया युद्ध, छोड़ा गया बंधकों का पहला ग्रुप, 13 इजरायली और 12 थाई नागरिक शामिल

हमास ने शुक्रवार को गाजा में हफ्तों से बंधक बनाए गए लोगों के एक समूह को रिहा कर दिया जिसमें 13 इजराइली भी शामिल थे। सभी इजरायल पहुंच गए हैं। यह चार दिवसीय संघर्ष विराम समझौते के तहत इजराइल में फलस्तीनी कैदियों की अदला-बदली का पहला चरण है।

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न्यूज़लिंक हिंदी। हमास ने शुक्रवार को गाजा में हफ्तों से बंधक बनाए गए लोगों के एक समूह को रिहा कर दिया जिसमें 13 इजराइली भी शामिल थे। सभी इजरायल पहुंच गए हैं। यह चार दिवसीय संघर्ष विराम समझौते के तहत इजराइल में फलस्तीनी कैदियों की अदला-बदली का पहला चरण है। यह समझौता गाजा के संकटग्रस्त निवासियों के लिए पहली राहत लेकर आया और अत्यधिक आवश्यक सहायता की आपूर्ति का रास्ता खोल दिया।

यह इजराइल और अन्य जगहों पर उन परिवारों के लिए भी आशा का क्षण था जो सात अक्टूबर के हमास के हमले के दौरान बंदी बनाए गए प्रियजनों के लिये चिंतित थे। थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन ने बताया कि हमले के दौरान अपहृत 12 थाई नागरिकों को भी मुक्त किया गया है। कतर के विदेश मंत्रालय ने 24 बंधकों की रिहाई की पुष्टि की है।

 

कितने लोगों को रिहा करना है?
इजराइल और हमास के समझौते में 150 फलस्तीनी कैदियों की रिहाई के बदले गाजा में बंधक बनाए गए 50 लोगों की रिहाई होगी। इन 50 लोगों को चार दिन में रिहा किया जाना है। इस दौरान संघर्ष विराम लागू रहेगा। कतर, मिस्र और अमेरिका की मध्यस्थता वाले इस समझौते को इजरायल कैबिनेट ने हाल ही में मंजूरी दी थी, लेकिन इसाक धुर दक्षिणपंथी ओत्जमा येहुदित पार्टी के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन ग्विर सहित पार्टी के मंत्रियों ने विरोध किया था।

इजरायल सरकार ने बयान जारी कर कहा था, ‘‘सरकार ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के पहले चरण की रूपरेखा को मंजूरी दे दी, जिसके अनुसार कम से कम 50 बंधकों (महिलाओं और बच्चों) को चार दिनों के अंदर रिहा किया जाएगा। इस दौरान युद्ध विराम रहेगा। प्रत्येक 10 अतिरिक्त बंधकों की रिहाई के परिणामस्वरूप एक और दिन की राहत मिलेगी।’’

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पहली बार हुआ युद्ध विराम
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल और हमास में सात अक्टूबर से शुरू हुई जंग में गाजा के 14 हजार 800 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। वहीं इजरायल में 1 हजार 200 लोग जान गंवा चुके हैं। जंग के बाद से पहली बार है जब कि युद्ध विराम है।

युद्धविराम से मिलेगी राहत
इजरायल पर हमास (Israel Hamas War) के हमले के दौरान बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों की रिहाई के लिए युद्ध विराम किया गया है। इस युद्धविराम के चलते गाजा में रह रहे फिलिस्तीनियों को राहत मिलने की उम्मीद है। वहीं, ये बंदियों के परिवारों के लिए भी आशा की किरण है। दोनों देश अपनी शर्तों के तहत, चार दिनों के लिए युद्ध रोकने पर सहमत हुए हैं। समझौते के तहत इजरायल द्वारा बंदी बनाए गए फलस्तीनी कैदियों को भी रिहा किया जाएगा।

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डील में क्या छोड़ा गया है?
इस डील के तहत कई परिवार अपने प्रियजनों को वापस पाकर खुश होंगे, लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे बंधक हमास की कैद में ही रहेंगे, जिनमें पुरुष, महिलाएं, वृद्ध लोग और विदेशी नागरिक शामिल होंगे। दूसरी ओर यह सौदा हमास के लिए अपनी मांगों को बढ़ाने का द्वार भी खोलता है, इस उम्मीद में कि इजराइल अधिक बंधकों को रिहा करने के लिए अधिक रियायतें देगा।

गाजा में हमास नेता और 7 अक्टूबर के हमले के कथित मास्टरमाइंड येह्या सिनवार भी अधिक बंधकों को रिहा करने की पेशकश करके लड़ाई में चार दिन के विराम को लंबे संघर्ष विराम में बदलने की कोशिश कर सकते हैं। लंबे समय तक संघर्ष विराम से इजरायल के लिए युद्ध को फिर से शुरू करना कठिन हो जाएगा।

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