नई दिल्ली। पूरे देश में एक बार फिर मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। देश के कई जिलों में हल्की बारीश के साथ रात के मौसम में नमी बढ़ रही है। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में कभी धूप तो कभी छांव की स्थिति बनी हुई है। इसी बीच अब मौसम विभाग ने मानसून वापसी की संभावित तारीख बताई है। मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण पश्चिम मानसून के 25 सितंबर के आसपास उत्तर पश्चिम भारत से वापसी शुरू होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने कहा कि अगले पांच दिनों तक उत्तर-पश्चिम और पश्चिम-मध्य भारत में कम बारिश होने की संभावना है। 25 सितंबर के आसपास पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए अनुकूल स्थितियां बनती जा रही हैं। उत्तर पश्चिम भारत से मानसून की विदाई भारतीय उपमहाद्वीप से इसकी वापसी की शुरुआत का एक संकेत है। अगर मानसून की विदाई में देरी हो रही है तो आने वाले समय में बारिश हो सकती है।
पूर्वानुमान :
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग से प्राप्त मौसम पूर्वानुमान के अनुसार,अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण दिनांक कई जिलों में मध्य हल्की बारिश होने की संभावना है।
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देश भर में मौसम प्रणाली:
कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि निम्न दबाव का क्षेत्र अभी झारखंड से सटे इलाकों पर है। इससे जुड़ा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकते हुए 7.6 किमी तक फैला हुआ है और इसके अगले 2 दिनों के दौरान झारखंड और दक्षिण बिहार में पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना है। कच्छ के पश्चिमी हिस्सों पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर-पूर्व अरब सागर के ऊपर चला गया है। औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ जैसलमेर, कोटा, गुना, सतना, अंबिकापुर से होकर गुजरती है, जो दक्षिण-पूर्व झारखंड और आसपास के क्षेत्रों पर कम दबाव वाले क्षेत्र का केंद्र से होते हुए, दीघा और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। एक ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर अरब सागर पर बने चक्रवाती पहवाओं के क्षेत्र से पश्चिमी राजस्थान होते हुए पंजाब तक फैली हुई है।
780 मिली मीटर हुई बारिश
भारत में इस साल मानसूनी सीजन में औसत से कम बारिश हुई है। अबतक 780.3 मिमी बारिश हुई, जबकि सामान्य बारिश 832.4 मिमी होती है। आम तौर पर चार माह के मानसूनी सीजन के दौरान देश में औसतन 870 मिमी वर्षा होती है।