भीम आर्मी और राजनीतिक दल आजाद समाज पार्टी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद पर बीते दिनों हमला हुआ था। वह कार से एक कार्यक्रम में जा रहे थे, इसी दौरान कुछ अज्ञात लोगों ने गोली चला दी। इस हमले में रावण बाल-बाल बचे। गोली उनकी कमर में छूकर निकल गई थी। वहीं, कार में भी गोली के निशान मिले थे। जिसके बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब वह बिलकुल ठीक हो गए हैं।
टीवी चैनल एबीपी न्यूज को दिए गए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि मुझ पर जो हमला हुआ है वो मेरी जाति की वजह से हुआ है। मैं मरने से नहीं डरता हूं। लेकिन, मैं खुद जानना चाहता हूं कि वो कौन लोग हैं जिनको मेरी जान लेनी है। उन्होंने आगे कहा, मैं हमेशा कमजोरों की लड़ाई लड़ता रहता हूं, मेरे किसी को न्याय दिलाने से आखिर किसी को क्या तकलीफ हो सकती है। आप तार्किक विरोध कर सकते हैं लेकिन किसी को गोली मारने का आपको अधिकार नहीं है।
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दलितों की उम्मीदों को मारना चाहते हैं
चंद्रशेखर रावण ने कहा कि ये हमला मेरे ऊपर नहीं है, ये लोग मुझे मारकर दलितों की उम्मीदों को मार देना चाहते हैं। चंद्रशेखर ने कहा कि उनकी वजह से दलित समुदाय के जो लोग सिर झुकाकर चलते थे आज सिर उठाकर चलने लगे हैं इससे लोगों को तकलीफ होने लगी है। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मैंने गन का लाइसेंस लेने के लिए आवेदन किया है लेकिन, डीएम ने मेरा लाइसेंस अप्रूव नहीं किया।